विधान परिषद् की वैचारिक पत्रिका साक्ष्य के अंक

संपादक - प्रो. जाबिर हुसेन

साक्ष्य अंक - 1 (अक्टूबर, 1995)

इस प्रथम अंक में गाँधी जी के जीवन और विचारों पर गहन प्रकाश डालते आलेख, टिप्पणियाँ, आदि छापे गए हैं।

Sakshya - 1 (October, 1995): On the life and ideology of Gandhi.

 

साक्ष्य अंक - 2 (मार्च, 1996)

यह अंक बिहार विधान परिषद की स्थापना के 75 वर्ष पूरे होने पर परिषद के प्रथम सभापति स्वर्गीय राजीव रंजन पर केंद्रित स्मृति-अंक के रूप में प्रकाशित किया गया।

Sakshya - 2 (March, 1996): It remembers the first Chairman Late Rajiv Ranjan Sinha.

 

साक्ष्य अंक - 3 (सितंबर 1996)

साक्ष्य का तीसरा अंक संसदीय लोकतंत्र पर केंद्रित है । इस अंक के माध्यम से हमारे लोकतंत्र को जानने-समझने का अवसर मिलता है।

Sakshya - 3 (September, 1996): An in-depth discussion by renowned writers on Parliamentary democracy.

 

साक्ष्य अंक - 4 (दिसंबर, 1999)

यह अंक महत्वपूर्ण विषयों पर परिषद में आयोजित विचार-गोष्ठियों, मुख्य अतिथि के रूप में शरीक राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय ख्याती के विचारकों एवं लेखकों के मौलिक विचारों से सज्जित है।

Sakshya - 4 (December, 1999): Original and thought provoking views of national as well as international thinkers as expressed by them in seminars organised at Bihar Legislative Council on different important subjects.

 

साक्ष्य अंक - 5 (जनवरी, 2000)

बिहार विधान परिषद में आयोजित साहित्यिक-सांस्कृतिक गोष्ठियों में अभिव्यक्त साहित्यकारों-समिक्षकों के महत्वपूर्ण विचार साक्ष्य के पाँचवें अंक में शामिल किये गए हैं।

Sakshya - 5 (January, 2000): Contains important views of writers and observers of cultural phenomenon as expressed by them in literary and cultural seminars organised at Bihar Legislative Council.

 

साक्ष्य अंक - 6 (फरवरी, 2000)

बाल-श्रमिकों की समस्या पर केंद्रित साक्ष्य का यह अंक बाल श्रमिकों की समस्या के समाधान की दिशा में एक सार्थक पहल है। इस अंक में बाल-श्रम विषय पर परिषद में आयोजित दो-दिवसीय कार्यशाला की पूरी कार्यवाही छापी गई है।

Sakshya - 6 (February, 2000): An important initiative towards eradication of child labour and related problems. Contains proceedings of two workshops on Child Labour, organised in Legislative Council.

 

साक्ष्य अंक - 7 (मार्च, 2000)

यह अंक आपदा निवारण की दिशा में विधान परिषद की पहल का जीवंत दस्तावेज़ बन कर आया है। प्राकृतिक आपदाओं पर इस अंक में कई विशेषज्ञों ने अपने आलेख/विचार भी रखे हैं।

Sakshya - 7 (March, 2000): An important document on disaster management. Contains views of several specialists on the subject on Natural disasters.

 

साक्ष्य अंक - 8 (अप्रील, 2000)

बिहार में हिंसा और भागलपुर दंगें की पृष्ठभूमि की पड़ताल एवं समाधान की दिशा में की गई पहल का एक जीवंत दस्तावेज़।

Sakshya - 8 (April, 2000): Contains views of social activists and specialists on Violence in Bihar and an in-depth study of the background of Bhagalpur riot.

 

साक्ष्य अंक - 9 (जून, 2000)

संसदीय लोकतंत्र की चुनौतियों एवं अन्य विधायी विषयों पर केंद्रित इस अंक में बिहार विधान सभा में दो विभिन्न सरकारों के विश्वास मत पर क्रमशः 10 मार्च, 2000 एवं 16 मार्च, 2000 को हुए वाद-विवाद की संपूर्ण कार्यवाही  तथा डॉ. जाकि़र हुसेन स्मृति व्याख्यान के तहत संसदीय लोकतंत्रः नई चुनौतियाँ विषय पर आयोजित तीन भिन्न गोष्ठियों की कार्यवाही के साथ-साथ विभिन्न विद्वानों के कुछ प्रासंगिक आलेख हैं।

Sakshya - 9 (June, 2000): Contains proceedings of the debate in Bihar Legislative Assembly on confidence motion of two governments held on March 10, 2000. And also, the proceedings of Dr. Jakir Husain Memorial Lectures on the subject Parliamentary Democracy : New Challenges, and some articles on the subjects.

 

साक्ष्य अंक - 10 (सितंबर, 2000)

 

साक्ष्य का यह अंक साहित्य-विशेषांक है। यह अंक समकालीन साहित्यिक परदृश्य में एक सार्थक हस्तक्षेप की तरह हमेशा याद किया जायेगा। इसमें देश भर के चर्चित साहित्यकारों की मौलिक कहानियाँ, कविताएँ, आलेख, विचार के अतिरिक्त संपूर्ण उपन्यास काली माटी प्रकाशित किया गया है।

Sakshya - 10 (September, 2000): A special number on literature, reflecting a consummate scenario of the contemporary Indian literature. It contains original stories, poems, articles and views of renowned writers of our country, and also a complete novel Kali Mati by Ali Amjad, a nenowned novelist from Pakistan.

साक्ष्य अंक - 11 (जुलाई, 2001)

निशाने पर बिहार - बिहार की अस्मिता के प्रश्न पर केन्द्रित है।

Sakshya - 11 (July, 2001): Based on the question of Bihar's identity and dignity of its people.

 

साक्ष्य अंक - 12 (जून, 2002)

विधायिका के दायित्व - यह अंक संसदीय लोकतंत्र में विधायिका के दायित्व पर आधारित है।

Sakshya - 12 (June, 2002): On the role of Legislature in a Parliamentary democracy.

 

साक्ष्य अंक - 13 (जनवरी, 2004)

घाम में कोपलें - यह अंक बच्चों पर आधारित है। इसमें बालाधिकार से संबंधित मुद्दों को उठाया गया है।

Sakshya - 13 (January, 2004): It is based on the problems of child labour and their rights and related problems.

 

साक्ष्य अंक - 14 (अक्टूबर, 2004)

नदियों की आग - भारत की नदियों से जुड़ी समस्याओं पर आधारित अंक है।

Sakshya - 14 (October, 2004): Concentrates on different aspects of the problems facing our rivers and related issues.


Note: From this point onwards, "Sakshya" makes a fresh start under a new name of "Parishad Sakshya" consequent to requirements laid down for its registration.

 

परिषद साक्ष्य अंक - 1 (अक्टूबर-दिसंबर, 2005)

कला का समय - यह अंक चित्रकला के विभिन्न पहलुओं पर आधारित है।

Parishad Sakshya - 1 (Oct-Dec, 2005): The first issue of Parishad Sakshya is wholly dedicated to art forms and artists. It contains articles by different artists of the country practicing different art forms, their dreams and problems faced by them.

 

विधान परिषद् की उर्दू पत्रिका दस्तावेज़ के अंक

संपादक - प्रो. जाबिर हुसेन

दस्तावेज़ अंक - 1 (जून, 1996)

यह अंक पूरी तरह उर्दू भाषा एवं लिपि को समर्पित है । इसमें एक ओर जहां प्रथम उर्दू गज़ट के प्रकाशन पर विशेष सामग्री है, वहीं दूसरी ओर राजभाषा समिति के प्रतिवेदन 'समाजियाती तक़ाज़ों का पसेमंज़र और उर्दू की अमली तरजीहात' पर सदन में हुई बहस की कार्यवाही है ।

Dastawez - 1 (June, 1996): This issue is totally devoted to 'Urdu Language and Script'. It carries special material on the publication of first Urdu Gazette and a debate on the report of 'Offical Languages Committee (Raj Bhasha Samiti)'.

 

दस्तावेज़ अंक - 2 (जनवरी, 1997)

इस अंक में उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति से संबंधित ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर सरकार का बयान और माननीय सभापति महोदय का नियमन प्रकाशित किया गया है । मौलाना मज़हरूल हक अरबी व फ़ारसी विश्वविद्यालय की स्थापना से संबंधित माननीय सभापति महोदय के नियमन के अलावा '2000 तक सम्पूर्ण साक्षरता' विषय पर विशेष बहस की रिपोर्ट इस अंक के आकर्षण हैं ।

Dastawez - 2 (January, 1997): This issue consists of Government's reply on Call attention motion and hon'ble Chairman's ruling on the issue of appointment of Urdu Teachers, Ruling of Hon'ble Chairman on establishment of Maulana Mazharul Haque Arabic Persian University and a report of special descussion on total literecy upto 2000.

 

दस्तावेज़ अंक - 3 (मई, 1997)

पारंपरिक दस्तकारों की कठिनाइयों से संबंधित विशेष बहस पर सदन की कार्यवाही-रिपोर्ट, अल्पसंख्यक व पिछड़ी बिरादरियों के लिए आरक्षण लागू किए जाने के संबंध में आवश्यक मुद्दों को इस अंक में प्रकाशित किया गया है ।

Dastawez - 3 (May, 1997): Report on proceedings of the House on special debate regarding problems faced by traditional craftsman.

 

दस्तावेज़ अंक - 4 (अगस्त, 1997)

इस अंक में बिहार राज्य बाल श्रमिक आयोग अधिनियम, 1996, बिहार विधान परिषद् के एनेक्सी सभागार में 'जन शिक्षा : वर्तमान चुनौती और भविष्य की दिशा' विषय पर आयोजित सम्मेलन की कार्यवाही प्रकाशित किए गए हैं ।

Dastawez - 4 (August, 1997): This issue incorporates Bihar State Labour Commission Act, 1996, Proceedings of conference organised by BLC on the subject 'Mass Education : Present Challenges and Orientation of future' (Jansiksha : Vartman Chunauti Aur Bhavishya ki Disha).

 

दस्तावेज़ अंक - 5 (जनवरी, 1998)

इस अंक का इस मायने में महत्व और भी बढ़ जाता है कि इसमें विधानमंडल (1958-1962) में ज़ाकिर हुसेन, राज्यपाल बिहार का अभिभाषण प्रकाशित किया गया है । साथ ही, डा. ज़ाकिर हुसेन के शती-समारोह की पहली कड़ी के रूप में अभिभाषण श्रृंखला के उदघाटन सत्र की कार्यवाही रिपोर्ट भी इस अंक में प्रकाशित हुई है ।

Dastawez - 5 (January, 1998): This issue has prized possession of formal Address to the Bihar Legislature (1958-62) by the then hon'ble Governer, Zakir Hussain.

 

दस्तावेज़ अंक - 6 (मई, 1998)

इस अंक में भागलपुर दंगे से संबंधित जांच रिपोर्ट पर सदन में बहस का विवरण प्रकाशित किया गया है। मज़हरूल हक़ शिखर उर्दू सम्मान राशि बढ़ाए जाने के निर्णय के कार्यान्वयन के सवाल को भी प्रमुख स्थान दिया गया है ।

Dastawez - 6 (May, 1998): Details of a debate in the House on investigation report pertaining to Bhagalpur riot and on the issue of implementation of decision of enhancing the prize amount of Mazharul Haque Shikhar Urdu Samman are eye-catching contributions of this issue.

 

दस्तावेज़ अंक - 7 (अक्टूबर, 1998)

गया और चतरा जिले के अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों की हत्या पर गठित जांच समिति की रिपोर्ट, अल्पसंख्यक महाविद्यालयों के शिक्षकों एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर आयोजित बैठकों की कार्यवाही, राज्य के मदरसों के शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों की अनुदान-राशि में इज़ाफ़े से संबंधित बैठक की कार्यवाही आदि का विवरण इस अंक में प्रकाशित किया गया है ।

Dastawez - 7 (October, 1998): Report of investigation report instituted on murder of some people from minority community of Gaya and Chatra district, proceedings of meetings on problems of teaching and non teaching employees of minority colleges, proceedings of meeting on Enhancing the grant amount for the teaching and non teaching employees of state Madarasas, etc.

 

दस्तावेज़ अंक - 8 (मार्च, 1999)

इस अंक में झारखंड के गठन का सवाल और बिहार पुनर्गठन विधेयक, 1998 पर सदन में हुई बहस की कार्यवाही-रिपोर्ट प्रस्तुत की गई है ।

Dastawez - 8 (March, 1999): Report on proceedings of the House debate on the issue of Organisation of Jharkhand and Bihar reorganisation Bill, 1998.

 

दस्तावेज़ अंक - 9 (जनवरी, 2000)

दस्तावेज-9 में पुस्तकालयों की समस्याओं एवं महत्वपूर्ण हस्तलिपियों का संरक्षण, आदिवासियों की स्थिति‌:समस्याएं एवं समाधान पर बहस, मानवाधिकार समिति की तीसरा एवं चौथा प्रतिवेदन, पर्यावरण समिति का प्रतिवेदन आदि शामिल किये गये हैं ।

Dastawez - 9 (January, 2000): This issue discusses the hurdles before libraries in preservation of important manuscripts, problems and solutions related to tribal folk, etc. The issue also includes reports by Human Rights Committee and Environment Committee.

 

दस्तावेज़ अंक - 10 (जनवरी, 2000)

इस अंक में अनेक महत्वपूर्ण साहित्यकारों, विद्वानों एवं नेताओं के लेख प्रकाशित किए गए हैं, मसलन - योगेंद्र यादव का 'सन् 2000 की चुनौतियां ', राजेंद्र यादव का 'हिन्दुस्तानियत मौजूदा तनाज़ुर में', अली सरदार जाफ़री का 'गंगा जमुनी तहज़ीब और उर्दू', पी.ए.संगमा का 'पार्लिमानी जम्हूरियत:नये चैलेंज', सीताराम येचूरी का 'पार्लिमानी  जम्हूरियत:नये चैलेंज', श्री एस. एन. सुब्बाराव का 'चम्पारण एक मुश्तरका कोशिश'

Dastawez - 10 (January, 2000): This issue contains articles of some writers, politicians and sholars of repute, e.g. Yogendra Yadav, Rajendra Yadav, Ali Sardar Jafri, P.A. Sangama, Sitaram Yechuri and S.N. Subba Rao.


 

परिषद् के कुछ अन्य महत्वपूर्ण प्रकाशन

संपादन - प्रो. जाबिर हुसेन

झारखंड पर दस खंड : झारखंड मुद्दे की ऐतिहासिक, भौगोलिक एवं वैधानिक पृष्ठभूमि को रेखांकित करती, बिहार विधानमंडल में हुई अब तक की बहस की संपूर्ण कार्यवाही

  1. बिहार एवं उड़ीसा राज्य की वित्तीय व्यवस्था पर वाद-विवाद (1936)

  2. राज्य पुनर्गठन आयोग के प्रतिवेदन पर वाद-विवाद (1955)

  3. राज्यपाल के अभिभाषण पर वाद-विवाद (बिहार-बंगाल विलयन, 1956)

  4. बिहार-बंगाल विलयन के प्रस्ताव पर वाद-विवाद (विधान सभा, 1956)

  5. बिहार एंड वेस्ट बंगाल (ट्रांसफर ऑफ टेरिटरीज़) बिल 1956 पर वाद-विवाद, बिहार विधान परिषद्

  6. बिहार एंड वेस्ट बंगाल (ट्रांसफर ऑफ टेरिटरीज़) बिल 1956 पर वाद-विवाद, बिहार विधान सभा

  7. रैटिफिकेशन ऑफ द कंस्टिच्यूशन (7वां संशोधन बिल 1956) पर वाद-विवाद

  8. अलग झारखंड राज्य की स्थापना के लिए श्री सीताराम जगतराम का संकल्प एवं उस पर वाद-विवाद (1961)

  9. बिहार के प्रस्तावित विभाजन पर विशेष वाद-विवाद (1998)

  10. 'दस्तावेज' : वनांचल / झारखंड राज्य का गठन (21 सितंबर, 1998)

अभिमत : सभापति प्रो. जाबिर हुसेन के सदन में दिए गए प्रारंभिक संबोधन, महत्वपूर्ण नियमन, महत्वपूर्ण अवसरों पर की गई टिप्पणियां, विभिन्न पुस्तकों, पत्रों में लिखी उनकी 'अपनी बात' तथा विभिन्न समारोहों-कार्यशालाओं में दिए गए उनके संबोधनों का एक जीवंत दस्तावेज़, जिसमें विशेष रूप से निम्नलिखित समसामयिक मुद्दो सभापति एवं सदन की चिंता के विषय बने : बाल श्रमिक, संसदीय व्यवस्था, विशेषाधिकार, मानवाधिकार, पुलिस व्यवस्था, मृत्युदंड, साक्षरता, अल्पसंख्यक शिक्षा, हिंदी का मानकीकरण, उर्दू भाषा का विकास (पृष्ठ 359)

 

राज्यपाल के अभिभाषण : 1983 से 1997 तक, बिहार विधानमंडल के संयुक्त अधिवेशन में राज्यपाल के अभिभाषणों का संकलन  (पृष्ठ 305)

 

आर्थिक दस्तावेज़ : 1983 से 1997 तक, मुख्यमंत्री के बजट-भाषणों का संकलन  (पृष्ठ 558)

 

विधान परिषद् के मुखपत्र संवाद के अंक

संपादक - प्रो. जाबिर हुसेन

संवाद अंक - 1 (1 मई, 1998)

संवाद के प्रथमांक में प्रो. जाबिर हुसेन की 'अपनी बात', गांधी जी की आत्मकथा 'इंडियन ओपीनियन : संयम की शिक्षा' तथा हिन्दी को सरकारी कामकाज की भाषा के रूप में प्रतिष्ठित करने एवं इसके विकास के बारे में, विभिन्न अवसरों पर, परिषद् के सभापति प्रो. जाबिर हुसेन के विचार ।

Samvad - 1 (May 15, 1998): It is an inaugural issue comprising articles/matters on official language of Hindi, excerpts from autobiography of Mahatma Gandhi.

 

संवाद अंक - 2 (1 जून, 1998)

इस अंक में प्रो. जाबिर हुसेन की  चर्चित 'अपनी बात', गांधी जी की आत्मकथा 'कुली  लोकेशन या भंगी-बस्ती‌‍?', डा. शाहिद अहमद शोएब तथा डा. भ्रमर चौधरी की संस्कृति-चर्चा, कार्यवाही सारांश तथा समसामयिक गतिविधियां आदि उल्लेखनीय हैं ।

Samvad - 2 (June 1, 1998): Apart from discussion on culture and other important issues it contains excerpts from the autobiography of Mahatma Gandhi.

 

संवाद अंक - 3 (16 जून, 1998)

संवाद के तीसरे अंक में 'हिन्दी भवन का स्वरूप क्या हो' विषय पर आलोक धन्वा, डा. रामवचन राय, डा. अब्दुस्समद, डा. वीणा श्रीवास्तव, मार्कण्डेय प्रवासी, हेमन्त कुमार पांडेय, गोपी वल्लभ सहाय आदि के विचार तथा सामाजिक-राजनीतिक गतिविधियों का समावेश किया गया है

Samvad - 3 (June 16, 1998): Discussion on the structure of Hindi Bhawan in Patna.

 

संवाद अंक - 4 (1 जुलाई, 1998)

इस संवाद अंक में 'शिक्षा : अनिवार्य आवश्यकता' (प्रो. जाबिर हुसेन), 'एक पुस्तक का जादू भरा असर' शीर्षक गांधी जी की आत्मकथा, कार्यवाही सारांश, 'पटना में हिन्दी भवन का स्वरूप एवं कार्य-प्रक्रिया' पर डा. खगेन्द्र ठाकुर, उषा किरण खान, डा. रवीन्द्र राजहंस, मणिकांत ठाकुर आदि के विचार हैं ।

Samvad - 4 (July 1, 1998): Views of Hon'ble Chairman Prof. Jabir Husain on 'Education - An essential necessity' and proceeding of meeting on the structure and functioning of Hindi Bhawan.

 

संवाद अंक - 5 (1 अगस्त, 1998)

इस अंक में परिषद् के उपसभापति श्री रामानंद यादव के निधन पर एक रपट, सदन की डायरी, सामाजिक-सांस्कृतिक गतिविधियां आदि प्रकाशित किए गए हैं ।

Samvad - 5 (August 1, 1998): Report on the sad demise of former Deputy Chairman of Bihar Legislative Council Sri Ramanand Yadav, Diary of the House and reports on socio-cultural activities.

 

संवाद अंक - 6 (16 अगस्त, 1998)

संवाद के छठे अंक में 'पुस्तकालयों की समस्याएं ' विषय पर आयोजित विचार-गोष्ठी की कार्यवाही के महत्वपूर्ण अंश, गतिविधियां आदि उल्लेखनीय हैं ।

Samvad - 6 (August 16, 1998): Proceeding of symposium on the problems of libraries and important activities of the Council.

 

संवाद अंक - 7 (16 अक्तूबर, 1998)

संवाद-7 में सूचना के अधिकार को लेकर प्रो. जाबिर हुसेन की 'अपनी बात', 'डोमकच : बिहार की एक विस्मृत हो रही स्वांग परंपरा' (डा. उषा वर्मा), 'इतिहास-चेतना बचाने का संघर्ष' (घनश्याम), 'झारखंड : अस्मिता, अस्तित्व और स्वायत्तता का पर्याय' (दयामनी बरला) आदि महत्वपूर्ण सामग्री प्रकाशित की गई है ।

Samvad - 7 (October 16, 1998): Apart from editorial on Right to Information, articles on 'Domkach : A typical folk-dance of Bihar and Existence & Integrity of Jharkhand.

 

संवाद अंक - 8 (1 नवंबर, 1998)

'शायद जन-समितियां कुछ कर सकें' जैसी महत्वपूर्ण चिंता से आरंभ 'अपनी बात', 'अल्पसंख्यकों से संबद्ध संविधान के विशेष अनुच्छेद', राज्यों के शिक्षा मंत्रियों के सम्मेलन (22-24 अक्टूबर, 1998) के लिए जारी कार्यसूची पर कुछ राष्ट्रीय समाचार पत्रों में प्रकाशित टिप्पणियों एवं विशिष्ट आलेखों के मुख्यांश पाठकों का ध्यान आकृष्ट करते हैं ।

Samvad - 8 (November 1, 1998): Editorial on Peoples' Committees, Notes on the agenda of the conference of education ministers of states (22-24 October, 1998).

 

संवाद अंक - 9 (5 दिसंबर, 1998)

इस अंक में बिहार पुनर्गठन विधेयक, 1998 पर सदन की कार्यवाही के मुख्यांश आदि आकर्षित करते हैं ।

Samvad - 9 (December 5, 1998): Excerpts from proceedings of the House on Bihar Re-organisation Bill, 1998.

 

संवाद अंक - 10 (16 फ़रवरी, 1999)

देश के कुछ हिस्सों में ईसाई धर्मावलंबियों के साथ हुई हिंसक घटनाओं को लेकर वाजिब चिंता से लैस 'अपनी बात' एवं अन्य राज्यों के विधानमंडल की गतिविधियां आदि इस अंक को महत्वपूर्ण बनाते हैं ।

Samvad - 10 (February 16, 1999): Editorial on violent incidents affecting Christian community all over India and news related to activities of other legislatures.

 

संवाद अंक - 11 (1 जून, 1999)

इस अंक में भाषा को लेकर प्रो. जाबिर हुसेन की गहरी चिंता और 'दलित मुसलमानों को आरक्षण' (कार्यवाही अंश) तथा सभापति के महत्वपूर्ण नियमन एवं निदेश सम्मिलित हैं ।

Samvad - 11 (June 1, 1999): Chairman's anxiety regarding language, proceeding of the House on 'Reservation to Dalit Muslims' and some important rulings of the Chair.

 

संवाद अंक - 12 (1 अगस्त, 1999)

इस अंक में विधान परिषद् की समितियों के प्रतिवेदनों पर आधारित राष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित रिपोर्ट के कुछ महत्वपूर्ण एवं प्रासंगिक अंश, वरिष्ठ साहित्यकार विष्णु प्रभाकर के सम्मान में सभापति और साहित्यकार प्रो. जाबिर हुसेन द्वारा उनके आवास पर आयोजित मुलाक़ात-संध्या पर रपट हैं

Samvad - 12 (August 1, 1999): Important and relevant excerpts of various reports of House-Committees published in newspapers and details of the meeting with renowned Hindi Writer Vishnu Prabhakar.

 

संवाद अंक - 13 (20 अगस्त, 1999)

इस अंक में 'अपनी बात' महात्मा गांधी की जान बचाने वाले बत्तक मियां अंसारी की याद ताज़ा कराती है। इसी अंक में बत्तक मियां अंसारी के बारे में राज्य अल्पसंख्यक आयोग की सिफ़ारिश को प्रकाशित किया गया है ।

Samvad - 13 (August 20, 1999): Editorial on the role played by Battak Miyan Ansari in saving the life of Mahatma Gandhi. This issue also contains the recommendations of State Minority Commission on Battak Miyan Ansari.

 

संवाद अंक - 14 (14 सितंबर, 1999)

पीर अली ने मुल्क की आजादी की ख़ातिर अपनी जान दे दी थी । संवाद के इस अंक का संपादकीय 'कौन थे पीर अली' (प्रो. जाबिर हुसेन) इस गुमनाम शहीद की याद ताज़ा कराता है । साथ ही, लोकसभा चुनाव : 1999 के दौरान देश की महत्वपूर्ण पार्टियों के घोषणापत्र की पड़ताल करतीं समीक्षाएं आदि इस अंक के महत्वपूर्ण आकर्षण हैं ।

Samvad - 14 (September 14, 1999): Editorial deals with an unsung hero Peer Ali of our freedom movement.

 

संवाद अंक - 15 (1 अक्तूबर, 1999)

इस अंक में विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा चुनाव-पूर्व घोषणाओं को मतदाताओं की नज़र से देखते-परखते हुए सूचनापरक विचार प्रकाशित किए गए हैं ।

Samvad - 15 (October 1, 1999): This issue contains information and views on Election-Manifesto of various political parties viewed through the eyes of electorate.

 

संवाद अंक - 16 (10 नवंबर, 1999)

चीनी गणराज्य के 50 वर्ष पर केन्द्रित संवाद के 16वें अंक में 'निवार्य शिक्षा की बाबत' (प्रो. जाबिर हुसेन) के अलावे चीनी गणराज्य के 50 वर्ष पर विशेष सामग्री, पाकिस्तान में श्रमिक आंदोलन, कालापानी सज़ाय़ाफ्ता विश्वनाथ माथुर से एक अंतरंग बातचीत, डायन प्रथा प्रतिषेध विधेयक, यूरेनियम विकिरण पर 'ाइम' की रिपोर्ट आदि सामग्री दी गयी है ।

Samvad - 16 (November 10, 1999): Centered on the completion of 50 years of Chinese Republic. This issue also contains matters on compulsory education, labour movement in Pakistan, a talk with Vishwanath Mathur, a great freedom fighter and the only survivor of Kalapani victims Bill for prohibition of Witchcraft (Dayan Pratha Pratishedh Vidheyak) and a report on Uranium.

 

संवाद अंक - 17 (1 जनवरी, 2000)

संवाद का यह अंक सन् 2000 की चुनौतियां विषय पर आयोजित संगोष्ठी में प्रखर समाजवादी विश्लेषक श्री योगेंद्र यादव द्वारा दिए गए विचार के कारण हमेशा याद किया जाएगा। साथ ही, संपादकीय 'धी रात का गजर' (प्रो. जाबिर हुसेन), उड़ीसा पर कुमार प्रशांत की रिपोर्ट के अतिरिक्त आपदा निवारण पर विधान परिषद् की कार्यशाला की अनुशंसाएं, 'दिवासी औरतों पर ज़ुल्म' (वासवी की रिपोर्ट) आदि चर्चित सामग्रियां संकलित हैं ।

Samvad - 17 (January 1, 2000): This issue contains the proceedings of a symposium held on the subject 'Challenges of 2000 A.D., editorial with the title 'Adhi Rat Ka Gajar', recommendations of workshop on 'Disaster - Mitigation' and a report on attrocities on tribal women.

 

संवाद अंक - 18 (22 अप्रील, 2000)

विधानसभा चुनाव : 2000 का आकलन करता यह अंक पाठकों के बीच काफ़ी चर्चित हुआ है। इस अंक में 84वें संविधान संशोधन विधेयक पर विशेष वाद-विवाद, चुनाव के अवसर पर प्रमुख पार्टियों द्वारा जारी चुनाव घोषणापत्र पर एक दृष्टि तथा समीक्षाएं आदि हैं ।

Samvad - 18 (April 22, 2000): Special debate on 84th Constitution Amendment Bill. Analysis of manifestos of prominent political parties for Legislative Assembly Election, 2000.

 

संवाद अंक - 19 (13 मई, 2000)

खाद्य सुरक्षा : अनिवार्यताएं एवं चुनौतियां - विषय पर केन्द्रित यह अंक कई मायने में महत्वपूर्ण है ।

Samvad - 19 (May 13, 2000): This issue is devoted to the subject 'Food Security: Necessity and Challenges'.

 

संवाद अंक - 20 (25 नवंबर, 2000)

संवाद का बीसवां अंक 'ारखंड संवर्ग' और 'ंवर्ग की तकरार' पर केन्द्रित है। केन्द्र सरकार से प्राप्त मार्गदर्शन के आलोक में विधान परिषद् के झारखंड जाने को इच्छुक सेवाकर्मियों की सेवा झारखंड राज्य में स्वीकार नहीं किये जाने पर विवाद-सा खड़ा हो गया था । यह अंक इस संबंध में राज्य एवं केन्द्र सरकार की भूमिका का खुलासा करता है।

Samvad - 20 (November 25, 2000): This issue is centered on issues arising out of the cadre division of Bihar Legislative Council Employees for the newly formed Jharkhand State.

 

संवाद अंक - 21 (दिसंबर, 2000)

इस अंक में बिहार विधान परिषद् का इतिहास है। इसमें इसकी स्थापना एवं क्रमिक विकास संबंधित विषय-वस्तु के अतिरिक्त 1995 से 2000 तक की  गतिविधियों, प्रमुख कार्यवाहियों, प्रतिवेदनों एवं वैचारिक पत्रिका साक्ष्य, संवाद तथा दस्तावेज़ के विभिन्न अंकों की विवरणी प्रस्तुत की गई है।

Samvad - 21 (December, 2000): This issue consists of history of the Bihar Legislative Council including the details of its establishment and gradual development. Apart from it, it has an account of various important activities like Proceedings, Reports and details of Sakshya, Samvad, and Dastawez, the periodicals published from the Council.

 

संवाद अंक - 22 (मई, 2001)

शब्द की अस्मिता पर आधारित यह अंक है । शब्द एवं भाषा की अस्मिता एवं महत्ता के अतिरिक्त हिन्दी भवन के स्वरूप एवं कार्य प्रक्रिया पर विचार गोष्ठी, राजभाषा समिति के प्रतिवेदन एवं राजभाषा पुरस्कार से संबंधित विषय-वस्तु है ।

Samvad - 22 (May, 2001): This issue is focuses on entity and importance of written words. Besides it carries proceedings of the meeting on the structure and nature of Hindi Bhawan to be built in Patna, a report of Raj Bhasha Award Committee and a note on Raj Bhasha Award.

 

संवाद अंक - 23 (जून, 2001)

इस अंक में भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा तैयार किये गये बच्चों के अधिकारों से संबंधित प्रतिवेदन, राष्ट्रीय बाल नीति, राजनेताओं पर बच्चों के अधिकारों से संबंधित जिम्मेदारियों से संबंधित विषय-वस्तु हैं ।

Samvad - 23 (June, 2001): The contents of this issue include Reports relating the Rights of Children, prepared by Human Resources Ministry of the Central Government and matters on National Child Policy, responsibilities of the political leaders towards Rights of Children, etc.

 

संवाद अंक - 24 (...) : यह अंक उपलब्ध नहीं है ।

संवाद अंक - 25 (अक्तूबर, 2001)

इस अंक में बाल संसद, बंगला शरणार्थियों तथा अतिक्रमण हटाओ अभियान के कारण निर्वासित लोगों के पुनर्वास तथा मौलाना मजहरूल हक विश्वविद्यालय की स्थापना से संबंधित सामग्री है ।

Samvad - 25 (October, 2001): It contains matters on 'Bal Sansad' (Children's Parliament) held in BLC, rehabilitation of Bangala refugees and establishment of Maulana Mazharul Haque University in Patna.

 

संवाद अंक - 26 (नवंबर-दिसंबर, 2001)

 

इस अंक में जाति निर्धारण के लिये राष्ट्रीय नीति, बिहार की साक्षरता, उर्दू भाषा की वर्तमान स्थिति, शेरशाहाबादी मुसलमानों तथा विश्वविद्यालय शिक्षकों की समस्या से संबंधित विषय हैं ।

Samvad - 26 (Nov-Dec, 2001): National Policy for determining the categories of castes, present position of literacy in Bihar and Urdu language, problems of Shershahabadi Muslims and University teachers are eye-catching entries in this number.

 

संवाद अंक - 27 (मई, 2002)

यह 'दियों की नियती' पर विशिष्ट अंक है । इसमें राष्ट्रीय जल नीति, जल विरादरी का संकल्प, विश्व बांध आयोग की रिपोर्ट, पारंपरिक जल संचय प्रणालियां, बिहार में बाढ़ की समस्या से संबंधित विषय वस्तु उपलब्ध हैं ।

Samvad - 27 (May, 2002): Being a special number, it includes matters on various facets of Riverd. It deals with matters like National Water Policy, Resolution of 'Jal Biradari', Report of World Dam Commission, Water Accumulation Systems and problems caused due to flood in Bihar.

 

संवाद अंक - 28 (अप्रील, 2003)

दिनांक 16 मई, 2002 को बिहार विधान परिषद् सभागार में नई राष्ट्रीय जल नीति विषय पर विचार-गोष्ठी आयोजित की गई थी । इस अंक में उक्त विचार-गोष्ठी की सम्पूर्ण कार्यवाही है ।

Samvad - 28 (April, 2003): This number possesses the complete proceedings of a meeting held in the premises of Bihar Legislative Council on 16th May, 2002 on the issue of New Water Policy.

 

सामयिक संवाद अंक - 1 (नवंबर, 2005)

इस अंक में 29 जुलाई, 2005 को बिहार विधान परिषद् सभागार में आयोजित तीसरी बाल संसद की कार्यवाही है जिसे महामहिम राज्यपाल, श्री बूटा सिंह, परिषद् के सभापति प्रो. जाबिर हुसेन, प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता फारूक शेख तथा यूनिसेफ के अधिकारियों ने संबोधित किया था ।

Samayik Samvad - 1 (Nov, 2005): This issue consists of the Proceedings of third 'Bal Sansad' (Children's Parliament) organised in Parishad venue on dated 29 July, 2005. We can find here the excerpts of Addresses by dignitaries like then Hon'ble Governor, Dr. Sardar Buta Singh, BLC Chairman, Prof. Jabir Hussain, renowned film actor Sri Farookh Sheikh and some officials of UNICEF.